कोर्ट में खुद के ही वकील बने केजरीवाल…ED पर ही दाग दिए सवाल…
1 min readदिल्ली, नव निर्माण भारत | दिल्ली के शराब नीति केस में सीएम अरविंद केजरीवाल की ED कस्टडी 4 दिन के लिए बढ़ा दी गई है. राउज एवेन्यू कोर्ट ने केजरीवाल को 1 अप्रैल तक ED की कस्टडी में भेज दिया… गुरुवार को अरविंद केजरीवाल ने खुद अपने केस की पैरवी की. केजरीवाल ने अपनी ही गिरफ्तारी का विरोध करते हुए ED की जांच पर ही सवाल खड़े किए…. साथ ही उन्होंने कहा कि असली घोटाला ED की जांच के बाद हुआ है…
केजरीवाल ने अपने सेल्फ डिफेंस में स्पेशल जज कावेरी बावेजा को बताया कि इस मामले में ED का एकमात्र मिशन उन्हें किसी तरह फंसाना था. भले ही उनके खिलाफ कोई सबूत न हो. आइए जानते हैं केजरीवाल ने सेल्फ डिफेंस में आगे क्या-क्या बयान/तर्क दिए:-
अरविंद केजरीवाल ने कहा, “इस केस में मेरा नाम सिर्फ चार जगह आया है. 4 स्टेटमेंट दिए गए और उनमें से कोर्ट के सामने वो बयान लाया गया, जिसमें मुझे फंसाया गया. क्या ये 4 स्टेटमेंट एक मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने के लिए काफी हैं?”
सीएम का कहना है की, “हम ED की रिमांड का विरोध नहीं कर रहे हैं, जितने दिन चाहें वो मुझे हिरासत में रख सकते है.
लेकिन असली घोटाला तो ED की जांच के बाद हुआ. ED का मकसद जांच के नाम पर जबरन वसूली रैकेट चलाना था.”
“आगे आप संयोजक कहते है की ED के दो मकसद थे. पहला- AAP को खत्म करना. और दूसरा- एक स्मोकस्क्रीन बनाना और उसके पीछे जबरन वसूली रैकेट चलाना. जिसके लिए वो पैसे इकठ्ठा कर रहे हैं.” उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ आरोपियों ने गिरफ्तार होने के बाद BJP को भारी-भरकम डोनेशन दिया था, जिसके बाद वे जमानत हासिल करने में कामयाब रहे.
“सीएम का कहना है की सरथ रेड्डी ने बीजेपी को 55 करोड़ रुपये का डोनेशन दिया गया. और मेरे पास सभी सबूत है कि ये रैकेट चल रहा है. मनी ट्रेल स्टैबलिश हो गई है. गिरफ्तार होने के बाद सरथ रेड्डी ने बीजेपी को 50 करोड़ रुपये का डोनेशन दिया.” रेड्डी अरबिंदो फार्मा लिमिटेड के डायरेक्टर हैं. इस मामले में वह पहले आरोपी थे, बाद में सरकारी गवाह बन गए.
आपको बता दे केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी और रिमांड पर भेजे जाने के फैसले को दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) में चुनौती दी थी, लेकिन कोर्ट ने उन्हें कोई राहत नहीं दी. इस मामले पर अब 3 अप्रैल को अगली सुनवाई होगी. कोर्ट ने 2 अप्रैल तक ED को जवाब दाखिल करने को कहा है |