Mathura: खजानी की तिरंगी राखियां सैनिक भाइयों के नाम
1 min readनव निर्माण भारत,मथुरा | खजानी वेलफेयर सोसाइटी (Khajani Welfare Society) सैनिकों (Sainikon) और जेल बंदियों (Jail Bandiyon) के हेतु इस वर्ष तिरंगी (Vsrsh,Year Tirangi) राखियां (Rakhiyan) बना रही है जो गाय (Gaay) के गोबर, (Gover) मौली,(Molly) फल और सब्जियों (Phal Or Sabjiyon) के बीजों (Beejon) से बनाई जा रही है |
जिन्हें बांधने के बाद अगर मिट्टी (Mitti) में दबा दिया जाएगा तो यह राखियां (Rakhiyan) एक पौधे (Ek Paudhe) का जन्म (Janam) लेगी और पर्यावरण (Prayavaran) को बचाने में भी योगदान देगी। सचिव शिप्रा राठी (Sachiv Shipra Rathi) ने बताया कि छोटी-छोटी (Chhoti Chhoti) बच्चिया (Bacchiyon) स्वयं अपने हाथों से हमारी शिक्षिकाओं (Shikshikaon) के मार्गदर्शन में यह राखियां तैयार (Rakhiyan Taiyaar) कर रही है
साथ ही जेल (Jail) में बंद कैदी (Band Kaidi) भाई (Bhai) भी पर्यावरण मित्र राखियो (Prayavaran Mitra Rakhiyon) का निर्माण कर रहे हैं। यह सभी राखियां सुरक्षित (Rakhiyan Surakshit) पर्यावरण (Prayavaran) की दिशा (Disha) में खजानी वेलफेयर सोसाइटी (Khajani Welfare Society) के पहल है ताकि हम त्योहारों (Tyonhaaron) को पर्यावरण (Prayavaran) को बचाते हुए |
कूड़े (Koode) के ढेर को कम करते हुए और पेड़ो (Pedon) को बचाते हुए माना पाए। यह राखियां (Rakhiyan) न केवल सैनिक भाइयों (Sainik Bhaiyon) को मथुरा (Mathura) में बांधी जाएगी वरन सीमा (Varan Seema) पर जो सैनिक भाई (Sainik Bhai) हैं उनके लिए भी भेजी जा रही हैं इन रखियो (Rakhiyon)का निर्माण छवी बंसल,(Chhavi Bansal) खुशी खंडेलवाल,(Khushi Khandelwal) भावना बघेल,(Bhavna Baghel) लक्ष्मी धनगर, (Lakshmi Dhanagar) गुनगुन, (Gungun) सुमन नंद किशोर, (Suman Nand Kishore) और सभी के मार्गदर्शन में हो रहा है।