Rahul Gandhi : की तरफ से मोची को आया कॉल
1 min readनव निर्माण भारत,सुल्तानपुर | सुल्तानपुर (Sultanpur) में रामचैत मोची (Ramchait Mochi) इस समय काफी ज्यादा सुर्खियों में बने हुए है… ऐसे में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की तरफ से मोची (Mochi) को कॉल (Call) आया जिसमें सांसद (Sansad) ने फोन (Phone) कर पूछा कोई दिक्कत तो नहीं, बताते चले की रामचैत मोची (Ramchait Mochi) के साथ बैठकर राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) ने जिस चप्पल (Chappal) को सिला था |
अब उसकी मुंह मांगी क़ीमत लगने लगी है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मोची रामचैत (Mochi Ramchait )को सिलाई मशीन (Silai Machine) गिफ्ट (Gift) करने के बाद उनके हालचाल के लिए उनको फोन (Phone) किया और कहा सब ठीक ठाक है, कोई दिक्कत तो नहीं आ रही है… वही रामचैत मोची (Ramchait Mochi) का आत्मबल इतना बढ़ गया है कि वे राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को मजबूत करने की बात करने लगे है |
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से भेंट के बाद कूरेभार के विधाकनगर चौराहा स्थित रामचैत मोची (Ramchait Mochi) की दिनचर्या अब पहले जैसी नहीं रही उसमें भी काफी ज्यादा बदलाव देखा जाने लगा है… कभी प्रशासन (Prashasan)के अधिकारी (Adhikari)और कर्मचारी (Karmchari) तो कभी मीडिया (Media)के लोग उन्हें घेरे रहते है….लेकिन ऐसे में वो दुकान (Dukan) का काम भी निपटाते हैं और इसके बाद लोगों के सवालो का जवाब भी देते हैं।
उनकी गुमटी (Gumti) अब सेल्फी प्वाइंट (Selfie Point) बन चुकी है…. लोग आ रहे हैं उनके साथ सेल्फी (Selfie) ले रहे हैं और वापस जा रहे हैं….बताया जा रहा है की आज भी उन्होंने उस चप्पल (Chappal) और जूते (Jute) को अपने पास सिरहज कर रख रखा है जिसे राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सिला और चिपकाया था…. रामचैत (Ramchait) बताते हैं कि जिस चप्पल (Chappal) को राहुल (Rahul)ने सिला था उसके लिए उनके पास अलग अलग नंबरों से फोन आ रहे है |
कि जो क़ीमत मांगो हम देंगे इसे हमें देदों लेकिन वो उसे बेचने को तैयार नहीं हैं….कहा जा रहा है की झोला भरकर रुपए (Rupay) कहो तो दे दिया जाए पर वो चप्पल (Chappal) बेच दो, हालांकि रामचैत (Ramchait) ने इस पर भी इनकार कर दिया है….उन्होंने बताया कि आज सुबह कार से एक आदमी आया, उसने काफी देर हमसे बात की और वो चप्पल (Chappal) देखी फिर दस हजार रूप देने लगा लेकिन हमने चप्पल (Chappal) बेचने से उसे मना कर दिया…. वो कहते हैं कि ये हमारे नेता की निशानी (Nishani) है हम इसे शीशे (Sheeshe) में संभालकर रखेंगे |
साथ ही वे आगे बोले की जिस व्यक्ति (Vayakti) की ये चप्पल (Chappal) थी उसको हम उसकी क़ीमत दे देंगे…वही इसके अलावा रामचैत (Ramchait) बताते हैं कि मशीन गिफ्ट (Machine Gift) में आई थी, हमने गिफ्ट (Gift) लिया… दूसरे दिन 11 बजे के आसपास फोन (Phone) आया हमारा हाल चाल पूछा…राहुल (Rahul) बोले ठीक हो, क्या हाल चाल है कैसे हो… कोई दुःख तकलीफ कोई छेड़खानी तो नहीं है, हमने कहा नहीं….उन्होंने राहुल (Rahul) को भेजे दो जोड़ जूते (2 Jodi Jute) की कहानी बताते हुए कहा |
हम साढ़े तीन घंटा गुम रहे…. सामान ढूढ़ ढाढ कर लाए एक आदमी को पकड़ा और अजनबी जगह बैठकर के दो जोड़ी जूता (2 Jodi Juta) तैयार (Taiyar) किया… रामचैत (Ramchait) ने बताया हमे साइज 9 नंबर जूते (Size 9 Number Jute) की मिली थी, हमने 9 नंबर 10 नंबर जूता (9 Number , 10 Number Juta) तैयार (Taiyar) करके गिफ्ट (Gift) में भेज दिया |
हमे इसके लिए तीन हजार रुपए (3 Hajar Rupay) दे रहे थे जिसे हम ले नहीं रहे थे…लेकिन उन्होंने कहा तुम्हे लेना पड़ेगा तो लिया…मोची (Mochi) ने बताया कि अब प्रशासन के लोग आ रहे हैं मेरा झुग्गी झोपड़ी देखते हैं, मेरी समस्या पूछते हैं… अब तक तो कोई नहीं आया, इतनी उम्र हो गई लेकिन हम किसी नेता को नहीं जानते… उन्होंने बताया की एक बार प्रधान (Pradhan) से कहा गया था कालोनी (Colony) के लिए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई…जिसके बाद हमने कहना बंद कर दिया.. अब भाग भाग करके जा रहे हैं कालोनी (Colony) देने के लिए |