नगर निगम अधिकारियों पर दबाव बनाकर बाधा उत्पन्न कर रहे दलाल
1 min readमथुरा, नव निर्माण भारत। एक सप्ताह से दैनिक समाचारों में सुभाष नगर (अम्बाख़ार) नाले को लेकर विवादास्पद व अनाधिकृत बताकर न्यायोचित कार्य को क्षेत्रीय पार्षद पुनीत बघेल के प्रयासों से नगर निगम द्वारा नाले को तत्कालीन नगर आयुक्त अनुनय झा स्वीकृत कराकर निर्माण कराया गया था। लेकिन कुछ लोग मीडिया का दुरुपयोग कर अधिकारियों पर दबाव बनाकर बाधा उत्पन्न कर रहे हैं।
जहां तक सवाल नाला सफ़ाई का सवाल है पूरे महानगर में नाला पटवाने का कार्य जारी है। जिससे ज़्यादातर जगह जैसे बी एस ए रोड, कंकाली,भूतेश्वर, कृष्णा नगर,भैंस बहोरा आदि जगहों पर नाले पटे हुय हैं। सफ़ाई के लिए नगर निगम द्वारा 50/60 फीट की दूरी पर स्लैब डाल रखे है। जिससे समय समय पर सफ़ाई होती रहती है। जहां तक प्रश्न नाले के निकल भूखंड का है,जहां पर निर्माण कराया जा रहा है उक्त भूखण्ड एक रजिस्ट्री शुदा प्राइवेट भूखंड है। जिसकी NOC पूर्व में ही सारी जाँच कराकर स्वयं नगर निगम जारी कर चुका है व MVDA नक़्शा स्वीकृत कर चुका है। आपसे अनुरोध है कि नियम संगत कार्य में उक्त दलालों के कहने से प्रशासनिक अधिकारियों पर दवाब बनाकर अधिकारियों को भ्रमित कर दवाब बनाने की कोशिश ना करें। सभी कार्य न्यायोचित तरीक़े से ही कराया जा रहा है। जिसकी कई बार जाँच नगर निगम व प्राधिकरण द्वारा कराई जा चुकी है।
ज्ञात रहे कि भूमि स्वामी द्वारा नगर निगम नाला निर्माण में अपनी चार फीट भूमि नाला निर्माण में दी है। जिसके मुआवज़े की माँग जारी है और सुभाषनगर नाले की चौड़ाई कहीं 7 फीट तो कहीं 5 फीट है। और यह नाला जिसका तूल बनाया जा रहा है वह 13 से 16 फीट चौड़ा है।