Ramnavmi 2024: जाने आखिर किस तरीके से हुआ रामलला का सूर्य तिलक
1 min readअयोध्या, नव निर्माण भारत | रामनवमी (Ramnavmi) पर भगवान सूर्य (Bhagwan Surya) ने किया प्रभु (Prabhu) श्री राम (Shri Ram) का अभिषेक सूर्य तिलक(Surya Tilak) देखने को मिला ऐसा भव्य दृश्य शायद ही आपने देखा होगा |
रामनवमी (Ramnavmi) के दिन वैज्ञानिक दर्पण (Vaigyanik Darpan) के जरिए सूर्य (Surya) की किरण (Kiran) को भगवान (Bhagwan) रामलला (Ramlala) के मस्तक (Mastak) पर पहुंचाया गया. इस दौरान सूर्य (Surya) की किरणों (Kiran) ने लगभग 4 मिनट (4Minute) तक रामलला (Ramlala) के ललाट (Lalat) की शोभा (Sobha) बढ़ाई |
इससे पहले श्रीराम (Shri Ram) जन्मभूमि (Janambhumi) के मुख्य पुजारी (Mukhya Pujari) आचार्य सत्येंद्र दास (Acharya Satyendra Das) ने जानकारी दी थी | कि सूर्य (Surya) के तिलक (Tilak) का सफल परीक्षण पूरा कर लिया गया है | वैज्ञानिकों (Vaigyanikon) ने जिस तरह से प्रयास किया है |
वह बहुत सराहनीय और वह बहुत अद्भुत है क्योंकि सूर्य की किरणें (Surya Ki Kirane) भगवान (Bhagwan) रामलला (Ramlala) के ठीक ललाट (Lalat) पर पड़ी है जैसे ही सूर्य की किरणें (Surya Ki Kirane) प्रभु राम (Prabhu Ram) के माथे (Mathe) पर पड़ी वैसे ही पता चल रहा है कि भगवान सूर्य (Bhagwan Surya) उदय (Uday) कर रहे हैं |
उन्होंने आगे कहा था कि इतना ही नहीं, त्रेता युग (Treta Yuga) में भी जब प्रभु राम (Prabhu Ram) ने अवतार (Avtar) लिया था | तो उस दौरान सूर्य देव (Surya Dev) एक महीने (1Month) तक अयोध्या (Ayodhya) में रुके थे त्रेता युग (Treta Yuga) का वह दृश्य अब कलयुग (Kalyug) में भी साकार हो रहा है |